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मिर्ची के बिना भारतीय एवं एशिया के व्यंजनों की कल्पना करना असंभव है. मिर्ची को दशकों से पश्चिमी सभ्यताएं शक के नज़रिये से देखती रही हैं, इसे ठीक उलट, आयुर्वेद में इसे कई रोगों का उपचार किया जाता है, एवं गुणकारी बताया जाता है.
लेकिन, पिछले कुछ समय में मिर्च (एवं अन्य मसालों) पर हुए शोधों से पश्चिम जगत में हमारे खान पान के बारे नज़रिया ही बदल रहा है. वे अब मानते हैं कि भारतीय पाकशास्त्र एक अत्यंत गहन शोध से ही विकसित हुआ है, जिसमें मिर्च मसालों का समावेश भोजन को स्वादिष्टता के साथ साथ पौष्टिकता भी देता है.