ताड़ासन – हाइट गेन व आत्मविश्वास योग

आजकल के व्यस्त जीवन में योग का बहुत महत्व है| योग करने से शरीर को कई लाभ मिलते है| हजारो लोग इससे लाभ उठा रहे है| हर योग को करने के अलग अलग लाभ है| जैसे अनुलोम विलोम करने से स्वास संबंधित रोग ठीक होते है,  वक्रासन करने से पेट की चर्बी घटती है; वैसे ही ताड़ासन शरीर को सुडौल बनाने के लिये एक उत्तम आसन है|

अच्छी पर्सनैलिटी होना एक बहुत महत्वपूर्ण आवश्यकता है| चाहे आप जॉब इंटरव्यू देने जा रहे हो या फिर आपको निजी या प्रोफेशनल व्यवहार करना हो, यदि आपकी हाइट अच्छी हो तो आपकी पर्सनैलिटी बहुत खास नजर आती है| इसी प्रकार बढ़ती उम्र में कन्धों व रीढ़ के के झुकाव को रोक कर एक कॉंनफिडेंट एहसास पाना भी काफी ज़रूरी है|

इसके बिलकुल विपरीत यदि आप कितने भी हैंडसम क्यु ना हो, अगर आपकी हाइट कम हो तो आपका अच्छा लुक होने के बाद भी आपमें कमी दिखती है| ताड़ासन योग इसमे आपकी मदद कर सकता है| इस योग को करने से शरीर की लम्बाई बढ़ती है| इसके अलावा इसे करने से शरीर सुडौल रहता है| शरीर में संतुलन बनता है और मजबूती आती है|

ताड़ासन योगासन से शरीर ताड (खजूर जाति के वृक्ष) के समान सीधा व पुष्ट बनने से कारण ही इसे ताड़ासन (Tadasana Yoga) नाम दिया गया हैं। अंग्रेजी में इसे Palm Tree Pose कहा जाता हैं। शरीर को पुष्ट और सुडौल बनाने के साथ ही यह लंबाई (Height)  बढ़ाने के लिए श्रेष्ठ आसन माना जाता हैं। आइये जानते हैं ताड़ासन (Tadasana Yoga) के बारे में और भी कई बाते|

ताड़ासन योग का तरीका

ताड़ासन खड़े होकर किया जाने वाला आसन है| सबसे पहले जमीन पर कंबल बिछाए और सीधे खड़े हो जाएं|

अपने दोनों पैर आपस में मिलाकर रखे|

दोनों हाथों को कमर से सटाकर सीधा रखें|

tadasana

इस समय आपका शरीर स्थिर रहना चाहिए। याने कि आपके दोनों पैरो पर शरीर का वजन सामान होना चाहिए|

अब धीरे-धीरे हाथों को बिना बांह मोड़े, आगे की ओर से कंधों के समानान्तर लाएँ।

अब दोनों हथेलियों की अंगुलियों को मिलाकर सिर के ऊपर आसमान की ओरले जाएं| अब सांस भरते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर खींचिए, जब तक आपको कंधों और छाती में खिंचाव महसूस नहीं होने लगता|

इसी समय पैरों की एड़ी को भी ऊपर उठाएं और सावधानी से पंजों के बल खड़े हो जाएँ। अब फिंगर लॉक लगाकर हाथों के पंजों को ऊपर की ओर मोड़ दें|

आपकी गर्दन सीधी होनी चाहिए और हथेलियाँ आसमान की ओर होना चाहिए|

ध्यान रखें कि आपकी पैरों की अंगुलियों पर शरीर का संतुलन बना रहे|

कुछ देर या 15 से 30 सैंकङ तक इस स्थिति में रुकने के बाद सांस छोड़ते हुए हाथों को वापस सिर के ऊपर ले आएं| साथ ही धीरे धीरे एड़ियों को भी भूमि पर टिका दें और दोनों हाथों को भी नीचे लाते हुए कमर से सटाकर पहले वाली स्थिति याने की विश्राम मुद्रा में आ जाएँ।

इस आसन को नियमित कम से कम 10 बार करे|

ताड़ासन के लाभ

1.इस योग को करने से शरीर की लम्बाई बढ़ती है|

2.पाइल्स रोगियों को ताडासन करने से लाभ मिलता है।

3.ताडासन योग बच्चों की शारीरिक ग्रोथ बढ़ाने में महत्वपूर्ण है।

4.इस आसन को नियमित करने से गठिया का दर्द दूर हो जाता है |

5.इस योग को करने से पेट व छाती के सभी प्रकार के रोग नष्ट होते हैं।

6.इस योग को करने से स्लिप डिस्क होने की संभावना कम हो जाती है|

7.इस योग से शरीर में संतुलन बनता है और वीर्यशक्ति में वृद्धि होती है।

8.ताड़ासन योग को करने से शरीर का आलस और सुस्तता चली जाती है|

9.इसे करने से प्रसव पीड़ा नहीं होती है| यह ह्रदय के रोगो में भी ये काफी फायदेमंद है ।

10.ताड़ासन करने से गर्भवती स्त्रियों को थकान नहीं होती और शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है|

11.इसके नियमित अभ्यास करते रहने से पंजे मजबूत होते हैं और पैरों में भी मजबूती आती है|

12.ताडासन करने से कंधों के जोड़ मजबूत होते हैं और सांस लेने-छोडऩे की प्रक्रिया सुधरती है|

13.इस योग को करने पर अन्य योग मुद्राओं को करने के लिए शरीर में पर्याप्त संतुलन और लचीलापन आ जाता है।

ध्यान दें

1.बहुत से लोग योग को गलत तरीके से करते है| जिसके चलते उन्हें परिणाम नहीं मिल पाता है| इसलिए योग को बिलकुल सही तरीके से करना चाहिए| ताडा़सन योग को करते समय भी इन बातो का ख्याल रखे| जब आप अपने हाथों को ऊपर की ओर ले जाते हैं| तब यह ध्यान रखे कि हाथों के साथ एड़ियों को भी ऊपर की ओर उठाते हैं। इस अवस्था में शरीर का भार दोनों पैरों के पंजों पर रहता है। और जिस समय हाथों को ऊपर की ओर खींचते हैं उसी समय हमें पेट को अंदर की ओर खींचना हैं।

2.गर्भवती महिलाओ के लिए सिर्फ 5 माह तक यह आसान लाभकारी है| 5 माह के बाद न करें।

3.जिन लोगो के पैरों में कोई चोट या गंभीर रोग है,  वे यह आसन न करें।

4.घुटनो के दर्द में भी यह अभ्यास नही करे|

5.ताडा़सन करने से हाइट बढती है, यदि इस  को करने के साथ साथ आप अधिक प्रोटिन युक्त भोजन भी लें तो जल्दी लाभ मिलता है|

Regards .

  • JAIDEV YOGACHARYA ( THERAPIST & AYURVEDA )
  • SARAV DHARAM YOG ASHRAM, Mob. +917837139120

 

लेखक: Rajeev S

Learning always to know who I am.

टिप्पणी करे